हमारे देश में जब भी सैलून या सिर्फ बाल काटने वाले नाई की बात आती है, तो एक पुरुष यह सारा काम करता है. हर मोहल्ले के गली एवं नुक्कड़ में 1 नाई की दुकान जरूर होती है, जहाँ ना अपने ग्राहकों का बाल एवं दाढ़ी बनाते हुए नजर आता है. लेकिन क्या हो अगर किसी नाई की दुकान में कोई लड़की आपका बाल काटे या फिर आपकी दाढ़ी बनाए. जी हाँ यह बात तो सुनने में अजीब लग सकती है, लेकिन हैदराबाद में यह बात सच साबित हुई है. आज हम आपको एक ऐसी लड़की के बारे में बताने वाले हैं, जिन्होंने परिस्थितियों को देखते हुए एक नाई बन गई.
12 साल की उम्र से नाई का काम कर रही है बिंदु
आज हम आपको जिस लड़की के बारे में बताने वाले हैं, उस लड़की का नाम बिंदु प्रिया है. बिंदु प्रिया भारत के शहर हैदराबाद स्थित भद्राद्री कोठागुडम जिले के मोंडीकुंता गाँव की रहने वाली है. बिंदु प्रिया की पढ़ाई के बारे में बात करें तो वह बीबीए की पढ़ाई कर रही हैं. पढ़ाई के अलावा वह अपने पिता के सलून में काम भी करती हैं. ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी सलून में कोई लड़की पुरुष का बाल काटते एवं दाढ़ी बनाते हुए नजर आ रही हैं. यही कारण है कि इन दिनों बिंदु प्रिया खबरों में बनी हुई है.
बिंदु प्रिया नाई का काम 12 साल की उम्र से ही कर रही है. दरअसल वह 11 साल की उम्र तक अपने पिता के साथ उनके सैलून में जाया करती थी. जहाँ उन्होंने लोगों का बाल बनाना एवं उनके दाढ़ी बनाना सीख लिया था. जब बिंदु 12 साल की हुई तब उनके पिता को ब्रेन स्ट्रोक आया. जिसके बाद से वह बिस्तर पर ही रहने लगे. पिता के बीमार होने के बाद बिंदु के घर में आर्थिक स्थिति खराब होने लगी. जिसके बाद बिंदु प्रिया ने खुद नाई का काम करना बेहतर समझा.
मीडिया से बात करते हुए बिंदु कहती हैं कि, “साल 2015 में पिता राजेश को ब्रेन स्ट्रोक आया था. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. यह कोई एक दो दिन की बात नहीं थी. पिता की देख-रेख के साथ ही घर को भी चलाना था. उस समय मेरी उम्र केवल 12 साल थी. हमारे घर का ख़र्च पिता की दुकान से ही चलता था. हम लंबे समय तक दुकान बंद नहीं रख सकते थे. लोग क्या कहेंगे यह सोचकर बैठा नहीं जा सकता था. मैंने एक दिन सुबह-सुबह दुकान खोलने का फैसला किया और रेज़र, कैंची को अपना औज़ार बना लिया. ग्राहकों के बाल काटने लगी, शेव करने लगी”
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