भारत के राज्य राजस्थान के झुंझुनू इलाके के रहने वाले 95 वर्षीय डॉक्टर घासीराम वर्मा एक ऐसा नाम है, जो किसी परिचय की मोहताज नहीं. आपको बता दें कि पूरे राजस्थान में ही नहीं बल्कि पूरे भारत में लोग घासीराम वर्मा को जानते हैं. घासीराम वर्मा आए दिन सोशल मीडिया पर वायरल भी होते रहते हैं, एवं खबरों में भी बने रहते हैं. घासीराम वर्मा के सोशल मीडिया पर बने रहने के पीछे का सबसे बड़ा कारण यह है कि, वह अपनी संपत्ति से लाखों रुपए बेटियों की पढ़ाई के लिए खर्च कर देते हैं. घासीराम वर्मा एक ऐसा नाम है जो हर साल करीब 50 से 60 लाख रुपए बेटियों के पढ़ाई पर खर्च करते हैं.
पेंशन और निवेश से होती है करोड़ों की कमाई
घासीराम वर्मा के उम्र के बारे में बात करें तो उनकी उम्र 95 वर्ष पूरी हो चुकी है. हाल ही में अगस्त के महीने में उन्होंने अपना 95वां जन्मदिन मनाया. घासीराम वर्मा प्रोफेशनल जिंदगी के बारे में बात करें, तो वह अमेरिका में 1 गणित के प्रोफेसर रह चुके हैं. लेकिन अब वह उस यूनिवर्सिटी से रिटायर हो गए हैं. यूनिवर्सिटी से रिटायर होने के बाद भी घासीराम वर्मा करोड़ों रुपए कमाते हैं.
घासीराम वर्मा के आमदनी सूत्रों के बारे में बात करें तो उनकी मोटी रकम पेंशन के रूप में आती है. तो वहीं उन्होंने अलग-अलग जगहों पर निवेश भी कर रखा है, जिसे मिलाकर वह साल के लगभग एक करोड़ रुपए कमाते हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि साल में लगभग एक करोड़ों रुपए कमाने के बाद वह इसकी आधी राशि राजस्थान की बेटियों की शिक्षा के लिए खर्च कर डालते हैं. घासीराम वर्मा अपने जीवन के 64 साल अमेरिका में गुजार चुके हैं. लेकिन अब वह भारत में रहते हैं. एनजीओ से जुड़कर राजस्थान की बेटियों की शिक्षा के लिए पैसे दान करते हैं.
मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में घासीराम वर्मा कहते हैं कि, “गांव सीगड़ी में स्कूल नहीं होने के कारण 5 किलोमीटर दूर पड़ोस के गांव वाहिदपुरा के निजी स्कूल से शुरुआती शिक्षा प्राप्त करने जाया करता था. आगे की पढ़ाई पिलानी से पूरी की। वहां छात्रावास में रहा. दसवीं की परीक्षा के बाद छुटि्टयों में गांव नहीं जाता और छात्रावास में ही रहकर चार-पांच बच्चों को टयूशन करवाया करता था. इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से बीए और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से एमए किया”.
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